फुलि गैल झाही म्वार झुहा रे म्वार करल बयाने
अरे, सब सखी करल बयाने बन कहि फुलुवा हो डेखी (२)
परि गैल जेठ असार कहि महिना रे लागि सवाने महिना
अरे सब सखी झुला डेखे जावैँ पिहा आवैँ कौने महिनवा(२)
परि गैल भाडौँ कुवार कहि महिना रे लागि गैल काट्टिक महिना
अरे सब सखी डियाला जलावैँ पिहा आवैँ कौने महिनवा (२)
परि गैल अगहन पुस कहि महिना रे लागि गैल माघक महिना
सब सखी डोला हेरे जावैँ पिहा आवैँ कौने महिनवा(२)
परि गैल फागुन चैट कहि महिना रे लागि गैल बैशाखे महिना
सब सखी गंगा रे लहावै पिहा आवै कौने महिनवा(२)
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