जिन्डगी बेकार मिलल


मै ट फुला माँगल रन्हु महिन हे काँटक हार मिलल
जाने कसिन रहै उ मनै जिहिन प्यारसे प्यार मिलल

मै ट आपन सक्कु ज्यु ज्यान सौंपके मैयाँ डिहल रहु
मने मैयक बडला डु टर्फ रल टल्वारिक ढार मिलल

भगवानफे आँखि टुम्क लेखल हुइहि म्वार्हिक भाग्य
ओह मार ट लागठ महिन हे जिन्डगी बेकार मिलल

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