बनट ट


जिन्डगीके पन्ना यक फेरा बिल्टाइ बनट ट
चोटहरल मुटुक खाटी फेन डेखाइ बनट ट

यमराजके कोन्टिम टेल डार्क बर्ने रहु डिया
जिन्डगी के बुटल डिया हे सुल्गाइ बनट ट

फेरसे टुहन कोखसे जलम लेटु डाई बाबा
मरके यिह ढर्टिम जलम लेहे आइ बनट ट

भिख मङ्टु डस अंग्री चप्काक परम पर्भुसे
मरनसे पहिले स्वर्ग या नर्गम जाई बनट ट

अट्वारी अस्टिम्की लड्यम परोहे असक
डुख पीडा कस्ट सक्कु चीज पुहाइ बनट ट

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