साहिट्य सन्देश
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मुक्तक
उ ठाउँ बा कहाँ
उ ठाउँ बा कहाँ
SANDESH
November 10, 2019
हाँठक लकीर जो सब्के मिलठ जहाँ
बटा डेउ न कोई का का मिलठ वहाँ
महिफे एक फेरा जैना मन बा अक्लि
जिहि ठाँह बा बटाउ उ ठाउँ बा कहाँ
सन्देश दहित
मुक्तक
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