उ ठाउँ बा कहाँ


हाँठक लकीर जो सब्के मिलठ जहाँ

बटा डेउ न कोई का का मिलठ वहाँ
महिफे एक फेरा जैना मन बा अक्लि
जिहि ठाँह बा बटाउ उ ठाउँ बा कहाँ

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