साहिट्य सन्देश
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मुक्तक
नुकाख रूइनु
नुकाख रूइनु
SANDESH
November 20, 2019
आपनु दुख हअपनही नुकाख रूइनु
आँखी के आँसु सुखाक रूइनु
चित्त बुझैटि आपनु दुखपिरा लुकैटी
सक्कुन के आघ सिर झुकाख रूइनु
सन्देश दाहत
मुक्तक
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