साहिट्य सन्देश
Home
मुक्तक
मन परठ
मन परठ
SANDESH
November 18, 2019
महिन अप्ने डेस अप्ने गाउँ मन परठ
चारु-ओर हरियाली ठाउँ मन परठ
औरह जहिन जसिन लग्लसे फेनुक
ठरहे सुहाडेना अपने नाउँ मन परठ
सन्देश दहित
मुक्तक
Post a Comment
0 Comments
Social Plugin
Popular Posts
जोहैलसे फे ढ्यार लग्ना आनक सम्पटी हड लागट
पस रहट सम
यरवा बिनै डुइ चार मौनी बिनै हजार
Facebook
Categories
कबिटा
(4)
गजल
(9)
गीत
(1)
ढमार
(1)
बट्कोही
(1)
मुक्तक
(17)
३ लाइन
(2)
0 Comments