साहिट्य सन्देश
Home
मुक्तक
असिक कैडेनु मै ट
असिक कैडेनु मै ट
SANDESH
November 10, 2019
परिसान हुइठु रोज, सपनम ना अइहो
बिन्टी बा याड बनके, मनम ना अइहो
जहाँ रहो बैठल आब उ ठाउँम निहुइटो
डगरम घर भुलाकफे, अंगनम ना अइहो
सन्देश दहित
मुक्तक
Post a Comment
0 Comments
Social Plugin
Popular Posts
जोहैलसे फे ढ्यार लग्ना आनक सम्पटी हड लागट
पस रहट सम
यरवा बिनै डुइ चार मौनी बिनै हजार
Facebook
Categories
कबिटा
(4)
गजल
(9)
गीत
(1)
ढमार
(1)
बट्कोही
(1)
मुक्तक
(17)
३ लाइन
(2)
0 Comments