साहिट्य सन्देश
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असिक कैडेनु मै ट
असिक कैडेनु मै ट
SANDESH
November 10, 2019
परिसान हुइठु रोज, सपनम ना अइहो
बिन्टी बा याड बनके, मनम ना अइहो
जहाँ रहो बैठल आब उ ठाउँम निहुइटो
डगरम घर भुलाकफे, अंगनम ना अइहो
सन्देश दहित
मुक्तक
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